नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कोरोना के खिलाफ लड़ाई में देश को पांचवी बार संबोधित किया। इस दौरान ने उन्होंने लॉकडाउन 4.0 का ऐलान किया। हलांकि उन्होंने कहा कि ये लॉकडाउन इसमें राज्यों द्वारा मिले सुझावों पर विचार किया जा रहा है। जल्द ही जानकारी मिल जाएगी। उन्होंने कहा, मास्क और दो गज दूरी को हमें अपनी आदत बनानी होगी। इसके अलावा राष्ट्र को संबोधन के दौरान प्रधानमंत्री ने कोरोना के खिलाफ लड़ाई के लिए इस बार 20 लाख करोड़ रुपए के आर्थिक पैकेज का भी ऐलान किया है।

पीएम मोदी ने किया 20 लाख करोड़ के पैकेज का ऐलान:
इस दौरान पीएम मोदी ने ने कहा, आज मैं एक आर्थिक पैकेज का ऐलान करने जा रहा हूं। ये आर्थिक पैकेज आत्मनिर्भर भारत अभियान की अहम कड़ी का काम करेगा। हाल ही में सरकार ने कोरोना संकट से जुड़ीं घोषणाएं की थीं, आरबीआई ने ऐलान किए थे। और इनमें अगर आज का पैकेज को जोड़ दें तो यह 20 लाख करोड़ रुपए तक पहुंच जाएगा। यह भारत की अर्थव्यवस्था का 10% है। 20 लाख करोड़ रुपए का पैकेज आत्मनिर्भर भारत अभियान को नई गति देगा।

थकना हारना मनुष्य को मंजूर नहीं:
कोरोना संक्रमण से मुकाबला करते हुए दुनिया को चार महीने से ज्यादा वक्त बीत गया है। इस दौरान तमाम देशों के 42 लाख से ज्यादा लोग कोरोना संक्रमित हुए हैं। 2.75 लाख से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। भारत में भी अनेक परिवारों ने अपने स्वजन खोए हैँ। उन्होंने सभी के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि सिर्फ एक वायरस ने दुनिया को तहस-नहस कर रहा है। विश्वभर में कोरोड़ों जिन्दगियां संकट का सामना कर रही हैं। सारी दुनिया अपनी बचाव की जंग में जुटी है। इससे पहले इस तरह का संकट हमने देखा है न ही सुना है। यह निश्चित तौर पर यह सब अकल्पनीय है। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस के मामले में मनुष्य को हारना, थकना और पीछे हटना मनुष्य को स्वीकार नहीं है।

21 वीं सदी भारत की ये हमारा सपना नहीं हम सब की जिम्मेदारी
पीएम मोदी ने कहा कि आज जब पूरी दुनिया कोरोना संकट से जूझ रहा है, ऐसे में हमें अपने संकल्प को और मजबूत करना है जो कोरोना संकट से भी विराट होगा। उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया मानती है कि 21वीं सदी भारत की और हम उसी दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना संकट के बावजूद दुनिया में जो कुछ हो रहा है और होने जा रहा है, उसे देखकर लगता है कि 21 वीं सदी भारत की हो, यह हमारा केवल सपना नहीं बल्कि हमसबकी जिम्मेदारी है।

भारत में रोजना तैयार हो रहे 2 लाख पीपीई और एन95 मास्क:
पीएम मोदी ने उन्होंने कहा कि हमें सबसे पहले आत्मनिर्भर भारत कायम करना है। उन्होंने कहा कि एक राष्ट्र के रूप में हम बहुत ही अहम मोड पर खड़े हैं। इतनी बड़ी आपदा भारत के लिए एक संकेत, संदेश और अवसर लेकर आई है। कोरोना संकट जब शुरू हुआ तब भारत में न पीपीई किट थी और एक भी एन95 मास्क बनते थे, लेकिन स्थिति कुछ अलग है और भारत अब प्रति दिन दो लाख पीपीई किट और दो लाख से अधिक एन95 मास्क बनाने में सक्षम है।

54 दिन में मोदी का पांचवां संदेश:
पीएम मोदी ने पहला संबोधन 19 मार्च को किया था और जनता कर्फ्यू लगाने की बात कही थी। दूसरा संबोधन 24 मार्च को किया और 25 मार्च से 14 अप्रैल तक लॉकडाउन का ऐलान किया। तीसरा संबोधन 3 अप्रैल को वीडियो संदेश के जरिए किया। इसमें 5 अप्रैल की 9 रात 9 बजे 9 मिनट के लिए घरों की लाइट बंद करने की अपील की। चौथा संबोधन 14 अप्रैल को किया और कहा था कि जान है तो जहान है।

पैकेज में लैंड, लेबर, लिक्विडिटी और Laws पर बल दिया- PM
इस पैकेज में लैंड, लेबर, लिक्विडिटी और लॉज सभी पर बल दिया गया है। ये आर्थिक पैकेज कुठीर, लघू, एमएसएमई जो करोड़ों लोगों के साधन है,जो एक मजबूत आधार है। देश के उस श्रमिक और किसान के लिए जो हर स्थिति में देशवासियों के लिए दिन-रात परिश्रम कर रहा है। ये आर्थिक पैकेज देश के मध्यम वर्ग के लिए जो निर्धारित समय पर ईमानदारी से टैक्स देता है। उन्होंने कहा कि कल से आने वाले दिनों तक वित्तमंत्री द्वारा आत्मनिर्भर भारत से जुड़ी जानकारी दी जाएगी। अब देश का आगे बढ़ना अनिवार्य है। आपने अनुभव किया है कि पिछले 6 वर्षों में जो रिफॉर्म्स हुए हैं, उसके परिणामस्वरूप भारत की आर्थिक स्थिति काफी मजबूत हुई है। कौन सोचा था कि भारत सरकार जो पैसा देगी वह पूरा का पूरा योग्य लाभार्थियों तक पहुंचेगा।

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